हेलो दोस्तों आज आप पढ़ने वाले हैं – विकास का अर्थ, शारीरिक विकास, विकास के अभिलक्षण, अभिवृद्धि का अर्थ, वृद्धि और विकास के अर्थ और विशेषताओं के बीच अंतर।
इसमें दिए गए सभी टॉपिक को सरल और सुव्यवस्थित ढंग से लिखा गया है। आर्टिकल में दिए गए सभी टॉपिक को एक बार सही से पढ़ लेने के बाद आपको दुबारा पढ़ने की जरुरत नहीं पड़ेगा।
विकास का अर्थ :-
विकास मानव जीवन में चलने वाली एक निरंतर प्रक्रिया होती है। विकास की प्रक्रिया में बालक का शारीरिक, सामाजिक, क्रियात्मक, संवेगात्मक विकास के पक्षों में वृद्धि होता है। यह जन्म से लेकर मृत्यु होने के पहले तक चलने वाली प्रक्रिया होती है।
एंडरसन का कहना है कि विकास किसी व्यक्ति की ऊंचाई या योग्यता में कुछ वृद्धि से सम्बंधित नहीं है। विकास अन्य संरचनाओं की जटिल प्रक्रिया है।
अभिवृद्धि का अर्थ :-
अभिवृद्धि का अर्थ शारीरिक विकास से होता है। बच्चे जैसे-जैसे बढ़ते जाते हैं उनके शरीर के अंगों जैसे – हाथ, पैर, सिर अर्थात पुरे शरीर के अकार में वृद्धि होती जाती है। (अभिवृद्धि = अभिवृद्धि का अर्थ कोशिकाओं में होने वाली वृद्धि से है। )
बालक के लम्बाई में भी वृद्धि होती है। बालक के शरीर में होने वाले वृद्धि को हम अपनी आँखों से स्पष्ट रूप से देख सकते हैं और इसे माप या तौल भी सकते हैं।
वृद्धि की प्रक्रिया जीवनपर्यंत नहीं चलती है। बालक जब परिपक्व हो जाता है तो यह समाप्त हो जाती है। यह मात्रात्मक ( Quantitative ) है, तथा सम्पूर्ण विकास की प्रक्रिया का एक चरण है।
वृद्धि और विकास के अर्थ और विशेषताओं के बीच अंतर स्पष्ट कीजिए।
वृद्धि ( Growth ) – जब हमारे शरीर की संरचना या आकार बढ़ाना शुरू होता है उसे वृद्धि कहते हैं।
विकास ( Development ) – जब व्यक्ति के मानसिक, सामाजिक, संवेगात्मक तथा बौद्धिक पक्षों में परिपक्वता आती है तो उसे विकास कहते हैं। ( परिपक्वता = व्यक्ति के निहित लक्षणों या क्षमता को प्रकट करना )
अब हमलोग वृद्धि और विकास के 6 महत्वपूर्ण अंतर पढ़ेंगे : –
1. वृद्धि का स्वरूप बाह्य ( External ) होता है। लेकिन विकास का स्वरूप आंतरिक एवं बाह्य दोनों होता है जैसे – मस्तिष्क, भाषा ज्ञान।
2. वृद्धि कुछ समय के बाद रुक जाती है जैसे – लम्बाई, चौड़ाई। लेकिन विकास जीवन भर चलता रहता है।
3. वृद्धि क्रम के अनुसार नहीं चलती है। कभी हमारा लम्बाई बढ़ता है तो कभी हमारा भार बढ़ता है। लेकिन विकास में निश्चित क्रम होता है।
4. वृद्धि को हम माप सकते हैं जैसे – भार, लम्बाई। लेकिन विकास को हम सीधे-सीधे माप नहीं सकते हैं। विकास परिवर्तनीय है जैसे – हम सामाजिक विकास, नैतिक विकास का मापन नहीं कर सकते। हम केवल मानसिक विकास का मापन कर सकते हैं।
5. वृद्धि केवल परिमाणात्मक होता है। लेकिन विकास परिमाणात्मक और गुणात्मक दोनों होता है। ( परिमाणात्मक = परिणाम से संबंधित )
6. वृद्धि होने से विकास हो भी सकता और नहीं भी हो सकता। लेकिन विकास वृद्धि के बिना भी हो सकता है।
यह आनुवंशिकता (Heredity) से सम्बंधित होता है। बड़े होने पर परिपकवाता (Maturity) आती रहती है।
परिपक्वता ( Maturation ) – अनुवांशिक विन्यास के पूर्व निर्धारित रूप से प्रकट होने का process परिपक्वता कहलाता है।
विकास के आयाम ( Domain of Development ) – विकास बहुआयामी होता और यह अलग – अलग दिशाओं (Multidirectional) में होता है। (बहुआयामी = अनेक पहलुओं वाला)
शारीरिक विकास ( Physical development ) :-
गत्यात्मक विकास ( Motor development ) :- यह एक तरह से बालक के शारीरिक विकास से ही जुड़ा है। यह Muscles, हड्डियों की क्षमता और उन पर Control करने से संबंधित होता है।
गामक विकास – गामक विकास में बालकों को चलने, दौड़ने, कूदने, भोजन करने जैसे विषय को शामिल किया गया है।
सामाजिक विकास ( Social Development ) – बालक समाज में रहकर कुछ सीखता है तो उसे सामाजिक विकास कहा जाता है।
संवेगात्मक विकास ( Emotional Development ) – बालक में संवेगात्मक विकास कुछ समय के लिए होती है जैसे – प्रेम, भय तथा क्रोध।
नैतिक विकास ( Moral Development ) – बालक अपने माता-पिता या पूर्वजों से रीति-रिवाज तथा परम्पराएं सिखता है तो उसे नैतिक विकास कहा जाता है।
भाषा विकास ( Language Development ) – बालक द्वारा भाषा सीखने की प्रक्रिया को भाषा विकास कहा जाता है।
विकास के अभिलक्षण :-
विकास जीवन प्रयत्न चलने वाली प्रक्रिया है जो गर्भधारण से लेकर मृत्यु होने तक चलती है।विकासात्मक परिवर्तन हमेशा एक क्रम के अनुसार होता है जैसे – विकास सामान्य से विशिष्ट की ओर चलता है, सरल से जटिल की ओर चलता है।
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2. आगमन विधि और निगमन विधि में क्या अंतर होता है ?
Conclusion ( सारांश ) :- हमें उम्मीद है कि आप ऊपर दिए गए वृद्धि और विकास से संबंधित सभी टॉपिक को अच्छी तरह से पढ़ लिए होंगे और आपको समझ में भी आ गया होगा। इस टॉपिक के अलावा अन्य टॉपिक को GurujiAdda.com पर खोज सकते हैं।